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- मुस्लिम भी करते हैं शक्तिपीठ की पूजा

वहां से आगे शिव कुंड (चंद्रकूप) में श्रद्धालु अपने पापों की घोषणा कर नारियल चढ़ाते हैं. मान्यता है कि जिसकी पाप मुक्ति की याचना माता स्वीकार कर लेती हैं, उनका नारियल स्वीकार हो जाता है, वरना लौट आता है. हिंगलाज माता को ‘आग्नेय शक्तिपीठ तीर्थ’ भी कहते हैं.
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